पहचाने पैरों की परेशानी

0
556
पहचाने पैरों की परेशानी
पहचाने पैरों की परेशानी

पहचाने पैरों की परेशानी

अगर पैरों में अक्सर कंपन, दर्द महसूस हो तो उसे मामूली थकान समझ कर अनदेखा ना करें| रिस्टलेस लेग सिंड्रोम होने पर भी ऐसे लक्षण नजर आते हैं|ऐसी स्थिति में बिना देर किए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए|कभी ना कभी आपने किसी से यह जरूर सुना होगा कि उसे सोते वक्त अक्सर पैरों में कंपन खिंचाव जा दर्द की शिकायत होती रहती है|सही जानकारी के अभाव में अक्सर लोग इसे हड्डियों की समस्या समझ कर डॉक्टर की सलाह के बिना ही चयन का सेवन शुरू कर देते हैं|फिर भी उन्हें दर्द से छुटकारा नहीं मिलता,क्योंकि यह एक न्यूरोलॉजिकल डिजीज है|सही समय पर उपचार न होने के कारण उम्र बढ़ने पर यही समस्या पार्क में तब्दील हो सकती है|इसलिए इसके लक्षणों को पहचान कर सही समय पर उपचार करना बेहद जरूरी है|सामान्य अवस्था में पैरों की मांसपेशियों और जोड़ों को सक्रिय बनाए रखने के लिए ब्रेन से न्यूरो ट्रांसमिशन के जरिए विद्युत तरंगों का प्रवाह होता है|बैठने की स्थिति में स्वभाविक रूप से यह अपने आप रुक जाता है,लेकिन जब ब्रेन से विद्युत तरंगे लगातार प्रवाहित हो रही होती है,तो लेटने जा बैठने पर भी पैरों में कंपन जारी रहता है|ब्रेन से निकलने वाला और मौन डोपामाइन तरंगों के प्रवाह को नियंत्रित करता है और इसकी कमी से लगातार इन तरंगों का प्रवाह उसी ढंग से हो रहा होता है,जैसे नल को ठीक से बंद ना करने पर उससे लगातार पानी की बूंदें टपकती रहती है|इसके इलावा और किडनी के मरीजों को भी ऐसी समस्या हो सकती है|इसी के दौरान कुछ स्त्रियों को ऐसी दिक्कत होती है जो डिलीवरी के बाद अपने आप दूर हो जाती है|शरीर में हार्मोन संबंधी असंतुलन की वजह से भी उन्हें ऐसी समस्या होती है|हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों में भी कई बार ऐसे लक्षण देखने को मिलते हैं|कई बार आवश्यक कारण भी इस समस्या के लिए जिम्मेदार होते हैं|आयरन और विटामिन B12 की कमी भी इसकी प्रमुख वजह है|अर्थराइटिस की तरह इसमें भी पैरों में दर्द होता है, लेकिन लेटने पर दर्द के साथ और बेचैनी महसूस होती है|इससे नींद भी बंद होती है|व्यक्ति को ऐसा लगता है कि उसके पैरों के भीतर कुछ देख रहा है और उसे उन्हें हिलाने में थोड़ा आराम मिलता है|इसलिए ऐसे लोग अनजाने में ही अपने पैर फैला रहे होते हैं|सोने जा बैठने पर तकलीफ ज्यादा बढ़ जाती है लेकिन उठकर चलने पर थोड़ी राहत महसूस होती है जबकि अर्थराइटिस की स्थिति में सुबह सोकर उठने के बाद व्यक्ति के पैरों में तेज दर्द होता है और रात को लेटने पर आराम मिलता है|अपने भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियों और मिल्क प्रोडक्ट को प्रमुखता में शामिल करें|

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here