योगासन से रखे मन मस्तिक को शीतल

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मानव मस्तिक को शीतल करते हैं योग आसन योग शुद्ध भारतीय कला है यह केवल शरीर को ही समझते नहीं रखता बल्कि मन मस्तिक को भी शीतल रखता है प्राणायाम प्राणायाम करने की सबसे अच्छी मुद्रा पद्मासन होती है पद्मासन में बैठ पाए तो सुख आसन की मुद्रा में पालथी मारकर बैठे शीतल प्राणायाम दांतो को हल्के से जोड़ लें दांतों के पीछे जीभ लगाकर गहरी लंबी सांस में सांस मुंह से लें और नाक से जुड़े यह दिन में किसी भी समय किया जा सकता है इसे सामान्य 11 बार करें और सो जाते हो तो शुरुआत में पांच से छह बार करें यह शरीर के तापमान को कम करने के साथ ही मस्ती को ठंडा रखने के लिए भी अच्छा होता है जिन्हें कप है वह इसे ना करें शीतकारी प्राणायाम खुला रखें और जीभ बाहर फोटो को घुमाकर वह का आकार बनाए उसे सांस लें और नाक से छोड़ें मुंह से सांस लेने पर जी के द्वारा ठंडी हवा अंदर जाती है ध्यान दें कि जीत ली और शीतकारी प्राणायाम गर्मी के मौसम में किए जाते हैं शीत ऋतु में करने से सर्दी जुकाम हो सकता है भामरी प्राणायाम मस्तिक ठंडा रखने के लिए भामरी प्राणायाम बेहतर होता है कान और आंखों को बंद कर मां ध्वनि का उच्चारण करें बुजुर्ग जा सर्वाइकल से पीड़ित कंधे दुखने पर रुक-रुक कर इसे कर सकते हैं ध्यान दें आसन और प्राणायाम के सबसे बेहतर परिणामों के लिए सुबह का वक्त उपयुक्त है आसन खाली पेट की करें योग करने के बाद 40 से 45 मिनट तक चाहे जहां पानी ना पीओ करने के लिए कंबल को चार बार मुड़ कर या योग मैथ का ही इस्तेमाल करें एकदम खुली हवा में नाम रखें ऐसी जगह का चुनाव करें जहां हवा रुक रुक कर आती हो क्योंकि खुली हवा में सांस लेते वक्त ढूंढने के कारण आ सकते हैं सर्वागासन गर्मी के दिनों में शरीर का तापमान काफी बढ़ जाता है सर्वागासन करने से रक्त प्रवाह मस्ती की ओर जाता है सर्वाइकल और उच्च रक्तचाप के मरीजों बिल्कुल ना करें विधि कंबल को चार बार मुड़ कर लिया योग मैप पर पीठ के बल लेटने दोनों पैरों को घुटने मोरे फिर ऊपर की ओर उठाएं कोनिया जमीन पर आकर दोनों हाथों से कमर को सहारा दें दोनों पैरों को सीधा ऊपर की ओर रखें और 90 डिग्री का कोण बनाएं थोड़ी देर तक इसी अवस्था में रहे फिर धीरे-धीरे नीचे कर ले पवन मुक्तासन पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए पवनमुक्तासन सबसे अच्छा आसन है विधि सबसे पहले पीठ के बल सीधे लेट जाएं एक पैर मोड़कर सीने के पास ले आए सिर को उठाकर घुटनों पर ना अखियां टूटी लगाने की कोशिश करें जब प्यार नासिका के पास लाए तो पूरी सांस बाहर निकाले यह किया दूसरे पैसे भी दोहराएं अब दोनों घुटनों को सीने तक लाए पैरों को पकड़कर पीठ के बल झूला झूले जिन्हें कमर दर्द स्लिप डिस्क साइटिका की समस्या हो तो बाय-बाय करें वृक्षासन वृक्ष के तरह खड़े होने के कारण इसे वृक्षासन नाम दिया गया है यह हमारे मस्तिष्क शरीर और लीवर को आराम पहुंचाता है विधि सीधे खड़े हो जाए अपना एक पैर मोड़कर दूसरे पर घुटनों के ऊपर काले अब सांस लेते हुए दोनों हाथों को ऊपर की ओर नमस्कार की मुद्राएं कुछ ऐसी स्थिति में सांस रोक कर खड़े रहें और सामने किसी एक बिंदु पर ध्यान केंद्रित अरे सांस छोड़ते हुए दोनों हाथ नीचे आए यही किरिया दूसरे पैर से दोहराएं

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