विश्व प्रसिध्द तबला वादक जाकिर हुसैन ने कहा कि गुरबाणी इंसान को पाजटिव एनर्जी देती है। गुरू साहिब के मुंख में के निकले शबदों ने सुरों को ताकत बख्शी है। गुरबाणी के शबद आत्मा को शांति दिलाने और परमात्मा से मिलाने का साधन है। हुसैन वीरवार को अपनी पत्नी और बेटी के साथ श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने पहुंचे थे।
हुसैन ने कहा कि वह करीब 20 वर्षो के बाद श्री हरिमंदिर साहिब माथा टेकने आए हैं। यहां आकर उन्हें आत्मिक शांति व आनंद की अनुभूति हुई है। यह एक पवित्र जगह है। यहां का माहौल पूरी फिजा में रस घोलता है। इसलिए गुरू नगरी का वातावरण ही ऐसा है कि हर ओर प्यार और शांति है। यह लोगों को शांति का संदेश देने वाला घर है। उनकी इच्छा है कि एक दिन ऐसा आए कि वह सारा दिन यहां बैठ कर गुरबाणी का श्रवण करें। यहां आकर उन्हेँ अजीब-सी शांति का अनुभन हुआ है। यह उनका सौभाग्य है कि वह परिवार के साथ यहां आए।
इस मौके पर एसजीपीसी के सुचना अधिकारी जसविंदर सिंह जस्सी ने जाकिर हुसैन और उनके परिवार के सदस्यों के श्री हरिमंदिर साहिब के माडल, सिरोपा और सिख इरतिहास की पुस्तकें देकर सम्मानित किया।