2 दिन पहले ही हरियाणा से करीब 150 किमी दूर पंजाब के फाजिल्का में टिड्डी दल ने प्रवेश किया है। जिसको पंजाब में नियंत्रित कर लिया गया है, लेकिन इसके बाद हरियाणा में अलर्ट जारी किया है। राजस्थान व पंजाब सीमा से सटे जिले के अधिकारियों को भी पूर्व तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं। जिसके तहत सभी जिलों में डीसी द्वारा कंट्रोल रूम स्थापित करवाए जा रहे हैं।
प्रदेश में टिड्डी दल नियंत्रण एवं सूचना के लिए सुपरविजन टीम गठित की गई है और टिड्डी दल नियंत्रण के लिए प्रयुक्त होने वाली कीटनाशी 50 प्रतिशत सब्सिडी पर किसानों को उपलब्ध करवाए जाने का फैसला लिया है। आज से एचएसडीसी, हैफेड, हरियाणा कृषि उद्योग निगम, हरियाणा भूमि सुधार विकास निगम के बीज बिक्री केंद्रों पर कीटनाशक क्लोरोपाइरीफॉस 20 ईसी व 50 ईसी का स्टाक भी उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
कृषि विभाग के एडिशनल डायरेक्टर एसएस दहिया ने बताया कि टिड्डी दल नियंत्रण के लिए प्रदेश में डीजी साहब के नेतृत्व में रिस्पांस टीम गठित की गई है। विशेषकर राजस्थान व पंजाब सीमावर्ती जिला सिरसा, फतेहाबाद, हिसार के अलावा भिवानी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी व चरखी दादरी जिलों व आसपास के एरिया में पूर्व तैयारी की जा रही है।
कृषि विभाग के टोल फ्री नंबर 1800 180 2117 पर भी किसानों को टिड्डी दल बचाव बारे जानकारी मिलेगी वहीं चौधरी चरण सिंह एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी द्वारा भी किसान जागरूकता एवं बचाव संबंधी कार्यक्रम होंगे। उल्लेखनीय है कि टिड्डी शाकाहारी कीट है और बड़ी तेजी से वनस्पति को चट कर जाता है। इसका 2 किलोमीटर से 8 किलोमीटर वर्ग एरिया में झुंड शाम के समय बैठता है और रात को फसलों ओर वनस्पति को नुकसान पहुंचाता है जबकि दोपहर में उड़कर आगे चलता है।
कृषि विभाग के एडिशनल डायरेक्टर डॉ. एसएस दहिया ने बताया कि अभी टिड्डी दल का हरियाणा में अटैक नहीं हुआ है। एहतियात के दौर पर दवाई का इंतजाम कर लिया गया है। मॉनीटरिंग टीम का गठन किया गया है। पल-पल की रिपोर्ट ली जा रही है। सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखीदादरी, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ आदि में इस दल का अटैक होने की संभावना होती है, क्योंकि यह राजस्थान और पंजाब से लगते इलाके हैं। लेकिन अभी तक राजस्थान व पंजाब के अलावा पाकिस्तान में टिड्डी दल का अटैक नोटिस किया गया है।