महिला आयोग की अच्छी पहल
राजस्थान में महिला आयोग ने लड़कियों के लिए एक अच्छी पहल की है।लड़कियों को आयोग की ओर से बनाए जा रहे पिंक बेल्ट क्लब से जोड़ा जाएगा।इससे जुड़ने के बाद सड़क पर, बस में या कहीं भी छेड़छाड़ करने वालों को अब लड़कियां तुरंत जवाब देंगी।जयपुर में 25 अप्रैल से इस क्लब की शुरुआत होगी।आयोग की सदस्य हर कॉलेज की पांच-पांच लड़कियों को उनके कॉलेज में जाकर तीन- तीन दिन की ट्रेनिंग देंगी।यह लड़कियां इस क्लब के सदस्य होंगी।ट्रेनिंग पा चुकी लड़कियां बाद में अपने कॉलेज की लड़कियों को ट्रेनिंग देंगी।इस तरह पूरा नेटवर्क तैयार किया जाएगा।यह काम हर जिले में किया जाएगा।गांव में भी यह घटनाएं काफी होती हैं।वहां की लड़कियों को तैयार करने के लिए महिला सरपंचों को इस क्लब से जोड़ा जाएगा।महिला सरपंच अपने गांव की 5 महिलाओं को यह ट्रेनिंग दिलाएगी और फिर यह महिलाएं गांव की लड़कियों और महिलाओं को ट्रेनिंग देंगी।इस ट्रेनिंग में लड़कियों को मोटीवेशनल स्पीच के जरिए ऐसी स्थितियों का मुकाबला करने के लिए मानसिक तौर पर तैयार किया जाएगा।उन्हें कुछ दावपेच भी सिखाए जाएंगे, ताकि वे अपना बचाव कर सकें और ऐसे मामलों में उनके कानूनी अधिकार और प्रतिक्रियाओं की जानकारी भी दी जाएगी।आयोग के सदस्यों का कहना है कि महिलाएं मानसिक तौर पर इस घटनाओं का मुकाबला करने के लिए तैयार नहीं होती हैं।उन्हें क़ानूनी जानकारियां भी बहुत कम होती हैं।छेड़छाड़ के ज्यादातर मामलों में लड़कियां चुपचाप सहन कर लेती हैं और प्रतिवाद करती भी हैं तो वह ज्यादा दमदार नहीं होता।वही आयोग तक तो यह मामले अक्सर पहुंचते ही नहीं। और पहुचते भी हैं तो काफी देर से ऐसे में ज्यादातर दोषियों पर कार्यवाही हो ही नहीं पाती।