ड्रैगन डोर ने छात्र किया लहूलुहान
ड्रैगन डोर ने गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के एक छात्र को लहूलुहान कर दिया।महक प्रीत सिंह नाम यह शास्त्र मोटरसाइकिल पर सवार होकर जिम जा रहा था।अचानक ड्रैगन डोर उसके गले में लिपट गई।उसने डोर को गले से हटाने का प्रयास किया तो उसका अंगूठा कट गया।इस हादसे में वह मोटरसाइकिल का संतुलन खो बैठा और सड़क पर गिर गया।आसपास के लोगों ने उसे तुरंत निजी अस्पताल में दाखिल करवाया।इस घटना के बाद परिजनों ने प्रशासन और सरकार के प्रति खासा रोष पाया जा रहा है।
महक प्रीत सिंह सरकारी स्कूल की आधापिका का बेटा है और गुरु नानकदेव यूनिवर्सिटी में कोर्स कर रहा है।मोटरसाइकिल पर सवार होकर घर से निकला था तो अचानक चाइ नीज डोर हवा में लहराती हुई उसके गले में आ फसी।उसे दूसरे हाथ से डोर को हटाने का प्रयास किया और उसका अंगूठा कट गया उसके अंगूठे से खून बहने लगा। प्रीत के हाथ से मोटरसाइकिल छूट गया और वह सड़क पर जा गिरा। हाथ का अंगूठा काटकरलटक गया और अंगूठे की हड्डी साफ़ देखी जा सकती है। कर्मजीत कौर ने कहा कि एक अध्यापक होने के नाते मैंने पिछले 4 सालों से ड्रैगन डोर के खिलाफ अभियान चलाया है।स्कूल के बच्चों को इस डोर के दुष्प्रभावों के बारे में बताया। जो बच्चे इस डोर का बहिष्कार करने का प्रण कर लेते हैं,उन्हें स्कूल की ओर से सम्मानित किया जाता है।इस डोर के दुष्प्रभाव से लोगों को अवगत करवा रहे है। मुझे हेरानी है कि सरकारी प्रतिबंध के बावजूद डोर का कारोबार फल फूल रहा है।य इस डोर की बिक्री करने व उपयोग करने वालों को पकड़ कर जेल में डाल देना चाहिए।उनके बेटे के गले से अगर डोर निकलती तो कुछ भी हो सकता था। करणजीत कौर का कहना है कि कानून लागू करवाने वाले अधिकारियों के बच्चे कारों से स्कूलों को जाते हैं उन्हें ड्रैगन डोर का कोई डर नहीं डर तो हम जैसे साधारण परिवारों से संबंधित बच्चों को है जो मोटरसाइकिल पर जाते हैं मुझे ऐसा महसूस होता है कि आप हमारे पास कोई चारा नहीं है ड्रैगन डोर जूही लोगों को काटती रहेगी और परिवार रोते रहेंगे।