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- 45 हजार मुलाजिमो को ट्रेनिंग देने के बाद मीजल रूबेला मुहिम टली पंजाब में पहली बार मीजल यानी खसरा व रूबेला पर काबू पाने के लिए इस माह चलाई जाने वाली मुहिम को अगस्त तक टाल दिया गया है।केंद्र सरकार से तालमेल के अभाव में 45000 मुलाजिमों को ट्रेनिंग देने के बाद इस मुहिम को फिलहाल डालना पड़ा है।इससे सेहत विभाग की पिछले तकरीबन 4 महीने की मेहनत पर पानी फिर गया है।राज्य में 23 अप्रैल से मीजल रूबेला मुहिम चलनी थी।अब इस दौरान केंद्र सरकार की मिशन इंद्रधनुष मुहिम चलेगी।देश के 14 राज्यो व केंद्र शासित प्रदेशों में मीजल रूबेला को लेकर लेकर मुहिम चलाई जा चुकी है।इस मुहिम के तहत पंजाब में 9 महीने से लेकर 15 साल तक के 75 लाख बच्चों का टीकाकरण होना है।15 अप्रैल को सेहत मंत्री ब्रह्म महिंद्रा को पटियाला से मीजल रूबेला मुहिम लांच करनी थी।इसके बाद 23 अप्रैल से 6 और 8 महीने के लिए यह मुहिम पूरे पंजाब में चलने वाली थी।करीब 8.66 करोड़ रुपए की लागत से चलने वाली मीजल रुबेला मुहिम के लिए विभाग के 45 हजार के करीब मुलाजिम और वॉलंटियर ट्रेनिंग ले चुके हैं।48 हजार के करीब अध्यापकों को मीजल रूबेला के प्रति विद्यार्थियों और अभिभावकों को जागरूक करने के लिए साथ जोड़ा जा चुका है। फंडिंग, अधूरी तैयारी और अधिकारियों में तालमेल के अभाव को इस मुहिम को फ़िलहाल शुरू नहीं करने के कारण माने जा रहे हैं।
सेहत विभाग की प्रमुख सचिव अंजलि भावडा ने कहा है कि मीजल रुबेला मुहिम को अगस्त तक टाल दिया गया है। 23 से 30 अप्रैल तक केंद्र सरकार की मिशन इंद्रधनुष शुरू हो रही है।इसके तहत 2 साल तक बच्चे और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण सुनिश्चित करना है।वही विभाग को मुहिम को सफल बनाने के लिए नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट का इंतजार है।इन दो महत्वपूर्ण कारणों की वजह से मीजल रूबेला मुहिम को स्कूलों में होने वाली गर्मियों की छुट्टियों के बाद में चलाने का फैसला किया गया है।