चिंता की इतनी चिंता क्यों किसी भी समस्या पर घबराकर पवित्र प्रक्रिया देना खतरा बाप ने और उससे बचने में मदद कर सकता है लेकिन सामान्य से अधिक चिंता करना एग्जाम पीरियड के लक्षण है 1 सेंटी निषाद सबसे सामान्य निषाद है जो अमूमन 3% युवाओं को जिंदगी में किसी ना किसी समय प्रभावित करता है एग्जाम की एक सामान्य प्रक्रिया है लेकिन इसकी अधिकता के कई दुष्परिणाम होते हैं एग्जाम के लक्षणों को यूं पहचाने किसी भी घटना की आकांक्षा जा उसके नतीजों को लेकर हो रही दुश्चिंता है बेचैन कर देती है यह एक सामान्य है लेकिन अधिक चिंता मुश्किल खड़ी कर सकती है ऐसी कई तरह की हो सकती है हर समय घबराहट होना हर समय पैसा स्वास्थ्य काम के बारे में डर और घबराहट महसूस होती है तो यह सामान्य ज्ञान के लक्षण है अकारण ही गड़बड़ की आकांक्षा होना सोचते-सोचते छोटी सी बात के सबसे बुरे परिणाम की कल्पना कर लेना इस श्रेणी में आते हैं शारीरिक तौर पर दिल की धड़कन बढ़ना पसीना आना हाथ पैर कांपना चक्कर आना पेट खराब होना आदि इसके लक्षण हो सकते हैं सबके सामने आने का डर जब व्यक्ति को सार्वजनिक जगहों पर लोगों के बीच में घबराहट महसूस होने लगती है तो उसे सोशल एंड कहते हैं यदि अपने कमरे में अकेले हो तो घबराहट महसूस नहीं होगी लेकिन बाहर निकलने के नाम से ही उनके हाथ पांव फूलने लगते हैं संभवत यह किशोर अवस्था से ही होना शुरू हो जाता है इस तरह के व्यक्ति की सामाजिक पेशेवर जिंदगी बहुत मुश्किल हो सकती है पैनिक डिसऑर्डर घबराहट के साथ दिल की धड़कन तेज होना छाती में दर्द या पसीना आने लगना या किसी जगह ऐसा महसूस होने लगे कि यहां से निकल जाए नहीं तो जान जा सकती है ऐसे पैनिक अटैक आने लगते हैं यह स्थिति 15 मिनट से आधा घंटा भी रह सकती है डर का हावी होना चॉकलेट चूहे ऊंचाइयों से डायरेक्ट को क्या कहलाते हैं एग्रो फोबिया एक ऐसी ही स्थिति है जब किसी को भीड़ में डर लगने लगता है यह लोग भीड़ वाली जगह जाने से कतराते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि कुछ हो गया तो मैं उस जगह से बाहर नहीं निकल पाएंगे विषाद का उपचार इसका उपचार मनोज विज्ञानिक तरीके और दवाइयां दोनों के साथ ही किया जाता है कुछ समय के अंतराल जब व्यक्ति खुद को संभालने लायक हो जाता है तो दवाइयां बंद कर दी जाती है कॉग्निटिव थेरेपी साइड के लिए एक थेरेपी समान है इस तरह की धरती में मान स्थिति और ऐसी चीजों के बारे में बताया जाता है जो आपको करना चाहिए जैसे ध्यान पढ़ना और विचारों और व्यवहार में बदलाव लाना इसमें 12 से 16 हफ्ते का समय लग सकता है एक्सपोज़र थेरेपी आसपास योजनाबद्ध तरीके से ऐसी चीजें को रखा जाता है जिससे व्यक्ति को डर लगता है फसल है जितना आप डर का सामना करेंगे उतना डर कम होता जाएगा अगर सोशल एग्जाम है तो हो सकता है किसी रिश्ता या स्टेडियम में ले जाया जाएगा किसी की रसेदार हो तो पहले उसकी फोटो और फिर असल में उसे सामना लाया जाएगा एक्सीडेंट MP3 में घबराहट पैदा होने वाले नकारात्मक विचारों के बारे में अवगत होना और उन्हें स्वीकार करने के बारे में सिखाया जाता है परेशान करने वाले विचारों पर नए और सकारात्मक दृष्टिकोण से सोचने लगते हैं और जीवन को प्रभावित करने वाले किसी भी चीज को बदलने के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं