सुधार के लिए व्यवधानो ऊपर सोचना शुरू करें, सूची बनाएं
कुछ आदते ऐसी होती है,जिन्हे मैंने हम बदलना चाहते हैं। लेकिन किसी बुरी आदत का होने का पता चलना ही काफी नहीं, इसे सुधारने के लिए उन व्यवधानो के बारे में सोचना चाहिए जो लक्ष्य को पाने की राह में पैदा हो सकते हैं। इन व्यवधानो को एक सूची में रखें। इस तरह आपको बीच की कड़ी मिल जाएगी। अब आप भी सभी व्यवधानो से निपटने का प्लान तैयार कर सकते हैं।
टास्क मैनेजर या कैलेंडर ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं
हम अक्सर अपने फोन को खराब आदतों के लिए जिम्मेदार मानते हैं, लेकिन फोन अच्छी आदतें डालने में मदद करता है।अगर आप रोज अपने दांतो को फ्लॉस करना चाहते हैं तो तय करे कि कब करेंगे। अब फोन पर अलर्ट लगाए ।मैनेजर या क्लेंडर एप भी काम आती है। डिवाइस ख़राब आदतें रोकती भी है, बस उनकी जगह नई आदते डालनी है।
पर्याप्त नींद के लिए रात में दिमाग से ज्यादा मेहनत ना कराएं
अच्छी नींद के लिए अच्छी आदतें डालना जरूरी है।सबसे पहली आदत ये है कि उसी समय बिस्तर पर चले जाएं जिस वक्त आंखों में नींद आना शुरु हो।वो वक्त रात 10 से 11 बजे के बीच का होता है। इस वक्त मेलेटोनिन हॉर्मोन्स नींद लाता है। रात 10:00 से 11:00 के बीच दिमाग से ज्यादा मेहनत नहीं करवाना चाहिए।हर स्क्रीन से दूर रहना चाहिए।संगीत सुन सकते हैं।
कंफर्ट जोन से बाहर निकले, अपरिचित शहर में समय बिताए
कुछ लोग छुट्टी मनाने हर बार एक ही जगह पर जाते हैं, जो सही नहीं है। ट्रैवलिंग का मौका है,जब आप व्यक्तिगत रूप से परिपक्व होते हैं अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलते हैं। जब आप किसी अपरिचित शहर या देश में समय बिताते हैं तो हर तरह की परिस्थितियों से जूझना सीखते हैं। भावात्मक रूप से मजबूत होते हैं। सहनशील बनते हैं और भरोसा करना सीखते हैं।