विटामिन डी की कमी होगी पूरी
हमारा शरीर जब सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आता है तो स्वाभाविक रूप से विटामिन डी का उत्पादन करता है। अगर शरीर को पर्याप्त विटामिन डी ना मिले तो हड्डियों की असमानताएं जैसे कि होने का खतरा हो सकता है। पर गर्मी में चिलचिलाती धूप और हवा में संक्रमण होने के भय के कारण घर से बाहर नहीं जा सकते। गर्मी की धूप त्वचा जला सकती है। ऐसे में शरीर को विटामिन डी मिले तो कैसे ? आइए जानिए,,,,,,
सुबह की धूप लें
सुबह की धूप हल्की गर्माहट लिए होती है इसलिए बालकनी में बैठकर 20 मिनट धूप लें।घर की खिड़कियों के परदे खोल दें ताकि सुबह की धूप अंदर आ सके खिड़की के पास बैठ कर भी धूप सेंक सकते हैं। शरीर के किसी भी हिस्से पर सीधी धूप ना पड़े इसका ध्यान रखें। शीशों के जरिए जब बादलों वाली धूप लेना फायदेमंद नहीं होती।
आहार से मिले पोषण
नियमित रूप से धूप लेने के इलावा अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें जिससे विटामिन डी मिल सके। ऐसे आहार में वसा युक्त मछली, नॉट, बीज, दही, मशरूम, अंडे, दलिया और दूध शामिल है। खासतौर पर दूध और दही, पनीर विटामिन डी के अच्छे स्रोत है। दहीं या पनीर घर पर जमा हुआ ही ले सलाद जा सब्जी के तौर पर रोजाना पनीर को आहार में शामिल करने की कोशिश करें क्योंकि यह विटामिन डी के साथ विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी 12, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है। वही सब्जियों में पालक विटामिन डी का अच्छा स्त्रोत है।
कसरत है फायदेमंद
माना जाता है कि जो लोग हफ्ते में तीन या इससे ज्यादा घंटे दौड़ना, तैरना या बास्कटबाल,फुटबॉल खेलने जैसा गतिभरा खेल खेलते हैं उनमें हार्ट अटैक का खतरा 22 फ़ीसदी कम हो जाता है। वही लोग जो नियमित रूप से एक्सरसाइज करते हैं उनमें विटामिन डी का स्तर ज्यादा होता है इसके साथ-साथ एचडीएल कैस्ट्रोल का भी स्तर अधिक रहता है। हालांकि इस समय बाहर दौड़ने या खेलना सुरक्षित नहीं है इसलिए घर पर ही योग या एक्सरसाइज जैसे रस्सी कूदना, जंपिंग, आदि। हफ्ते में 2 से 3 घंटे कसरत करने से विटामिन डी का स्तर बढ़ता है चाहे तो नृत्य भी कर सकते हैं।