पहाड़ा ना सुनाने पर टीचर के गुस्से का शिकार होना पड़ा

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गांव में गिल स्थित सरकारी हाई स्कूल में 9वीं के स्टूडेंट जगदीप  सिंह को 17 का पहाड़ा ना सुनाने पर टीचर के गुस्से का शिकार होना पड़ा। टीचर द्वारा टॉर्चर करने से दुखी होकर स्टूडेंट ने जान देने के मकसद से कोई दवा निगल ली, जिस कारण उसकी दिमागी हालत बिगड़ गई और वह चीखने चिल्लाने लगा| बच्चे की स्थिति इतनी खराब हुई कि उसे जीटीबी अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा।
जहां बच्चे की हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे बेड से बांध कर रखा हुआ है। गौर हो कि दो महीने पहले भी टीचर की मार से जगदीप का दांत टूट गया था। पुलिस ने इस मामले में आरोपी मैथ्स टीचर अमरदीप सिंह पर पर्चा दर्ज कर लिया है।
जगदीप के पिता पेशे से ड्राइवर जरनैल सिंह ने बताया कि उनका बेटा इसी स्कूल में शुरू से पढ़ रहा है। वह पढ़ाई में कमजोर है। बेटे ने पहले भी कई बार बताया था कि मैथ्स का टीचर अक्सर उसको पीटता है। करीब दो महीने पहले भी इसी टीचर ने मारपीट करते हुए उनके बेटे का दांत तोड़ दिया था। शिकायत करने पर स्कूल की प्रिंसीपल अन्य टीचरों ने समझौता करवा दिया था। उसके बाद से अक्सर मैथ्स टीचर उनके बेटे को परेशान करते रहे। तीन जुलाई को स्कूल खुला था और 4 तारीख को हादसा हुआ। जब उनका बेटा स्कूल से वापस आया तो कुछ ही समय के बाद बेहोश हो गया। पता चलते ही उसे अस्पताल ले जाया गया। कुछ होश में आने के बाद उनके बेटे ने बेहोशी में बोलना शुरू कर दिया।
बेटा बोल रहा था कि जब उसने पहाड़ा नहीं सुनाए तो टीचर ने कहना शुरू कर दिया कि तू दुनिया ते कलंक है, तेरे वरगे छत्ती तुरे फिरदे ने, तू जहर खा के मर जा। कई बार उसे जातिसूचक शब्द भी कहे। हालांकि उनका बेटा शारीरिक तौर पर ठीक है, जिस कारण वह गेम में भाग लेता है। वहीं, बेगमपुरा टाइगर फोर्स के राकेश कुमार, देस राज, माना जस्सल, डॉ. सुरेंदर जख्खु, राणा तेजी, रवि बाली ने बताया कि पुलिस कमिश्नर को इस मामले की शिकायत की|

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