पंजाब में स्वदेशी सुरक्षा अभियान 1 से 21 अगस्त तक चल रहा है
चीन के भारत विरोधी रवैये का ईलाज उसके सामान का बहिष्कार कर कीहा जायेगा जगमोहन सिंह गिल .बोले, स्वदेशी का अर्थ आर्थिक क्षेत्र में विशेष उद्योगपतियों का आरक्षण नहीं
चीन जिस तरीके से हमारे देश का हर तरह से अहित कर रहा है उसकी इस भारत विरोधी नीति का ईलाज उसके सामान का बहिष्कार है। सामरिक रूप से देश की सेना उसे उपयुक्त जवाब देने को सक्षम है और आर्थिक क्षेत्र में उसका मुकाबला हमें सामाजिक एकजुटता से करना होगा। यह विचार स्वदेशी जागरण मंच के रस्ठीरिय परषिद सदसेह और अमृतसर के संयोजक जगमोहन सिंह गिल ने मंच की ओर से 1से 21 अगस्त तक चल रहे स्वदेशी सुरक्षा अभियान की जानकारी देते हुए व्यक्त किए। श्री जगमोहन सिंह गिल ने इस दिशा में समाज से सहयोग की अपील की है।
संबोधित करते हुए श्री जगमोहन सिंह गिल ने कहा कि स्वदेशी की अवधारणा भारत की प्राचीन परंपरा रही है। किसी समय हम केवल स्थानीय स्तर पर तैयार होने वाले सामान का ही प्रयोग करते थे। इससे हमारे कुटीर उद्योग, स्थानीय लोगों द्वारा चलाए जाने वाले छोटे-बड़े धंधे, उन पर निर्भर रहने वाले हमारे लोग संपन्न थे। इसी कारण हमारे गांव और हमारा देश स्वावलंबी था, परंतु जैसे-जैसे विदेशों में बनने वाली अनावश्यक वस्तुओं का प्रचलन बढ़ा उससे हमारा स्वदेशी अर्थतंत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ, बेरोजगारी बढ़ी। हम स्वदेशी व स्थानीय स्तर पर बनने वाले सामान का प्रयोग कर देश की बहुत बड़ी आर्थिक समस्या का समाधान कर सकते हैं।चीन के बारे उन्होंने कहा कि भारत के साथ उसका व्यापार असंतुलित है। चीन भारत को सस्ते व घटिया सामान के बाजार में परिवर्तित कर रहा है। चीन से हो रहे निरंतर आयात से भारत के हजारों की गिनती में स्वदेशी उद्योग बंद हो चुके और हजारों की बंदी की कगार पर हैं। हमारे ही देश से कमाए हुए धन की ताकत पर चीन भारत में आतंकवाद, आतंकवादियों को प्रोत्साहन दे रहा है और हमारे देश के कई सीमावर्ती हिस्सों पर नजरें गड़ाए बैठा है। केवल इतना ही नहीं इसी शक्ति के आधार पर वह भारत को चारों ओर से घेर रहा है और हमारे प्रति स्थाई दुश्मनी की भावना पाले बैठे पड़ौसी देश पाकिस्तान को हल्लाशेरी दे रहा है।1 से 21 अगस्त तक चलने वाले स्वदेशी सुरक्षा अभियान में मंच के कार्यकर्ता सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक, मजदूर, विद्यार्थी संगठनों के सहयोग से देश की जनता को चीन से बने सामान के खतरों के बारे में अवगत करवाएंगे और उन्हें चीन से बने सामान का बहिष्कार करने का संकल्प दिलवाएंगे।उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान जिले में 70 हजार.परिवारों से संपर्क स्थापित किया जाएगा। विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता लोगों से संपर्क कर उन्हें चीन से मिल रही चुनौती के बारे में जानकारी देंगे। जिले में 100 परिवारिक बैठकों का आयोजन किया जाएगा। जिले में 50 .स्कूलों व 20.कालेजों में संपर्क स्थापित करने की योजना है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी की सफलता के लिए युवा वर्ग का सहयोग जरूरी है क्योंकि इसी वर्ग ने भविष्य में अपने परिवारों व समाज की बागडोर संभालनी है। स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ता 25 स्थानों पर सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित कर देश को चीनी सामान के खतरों, चीन की रणनीति, उससे मुकाबला करने के तरीकों, स्वदेशी के लाभ इत्यादि विषयों पर जानकारी देंगे।
जिसमे मोर्टर साइकिल रेल्ली, चाइना प्रोडक्ट्स को अग्नि ढहन भी सामिल है