दिन में छाया घना अंधेरा फिर बारिश के साथ गिरे ओले
स्मॉग के कहर से जूझ रहे शहर को वीरवार को भारी राहत मिली। मूसलाधार बारिश ने स्मॉग की चादर को समेट लिया। वहीं भारी ओलावृष्टि से शहर की सड़कें ओलों से ढक गई दोपहर तकरीबन 2:30 बजे शुरू हुई बरसात 3:30 बजे तक जारी रही।इसके बाद भी रुक-रुक कर होती रही। इसके कारण दिन में ही घना अंधेरा छा गया। बरसात की यह भारी-भरकम बूंदे स्मोक से राहत पहुंचाने में लाभदायक साबित हुई। गुरु नगरी वासियों को स्मॉग से राहत मिली है, इसके साथ ही डेंगू मच्छर का सफाया होने के भी आसार हैं। वीरवार को गुरु नगरी का तापमान भी एकदम गिर गया। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार कुल 50 मिलीमीटर बरसात हुई। इस दौरान न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम में आए इस बदलाव के बाद अब तक शर्ट- टीशर्ट पहन कर घूम रहे लोगों ने स्वेटर, जैकेट पहन ली है। इसके बाद अप्रैल माह से शुरू हुई गर्मी ने अक्टूबर अंत
तक अपना कहर जारी रखा। 6 माह तक गर्मी लोगों को सताती रही। पर वीरवार की बरसात के बाद तापमान में अचानक गिरावट दर्ज की गई। स्मार्ट सिटी की सड़कें बारिश के बाद जल थल हो गई । शहर का कोई भी इलाका ऐसा नहीं था, जहां जल जमाव ना हो। उस पर दिन में अंधेरा छा जाने की वजह से राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शहर के हाल गेट , मजीठा रोड ,पुतलीघर, छेहरटा , बस स्टैंड ,वॉल सिटी के तकरीबन सभी इलाकों में रहने वाले लोग जल जमाव की समस्याओं से जूझते रहे। हालांकि दम घुटने वालीस्मॉग कम होने से लोगों ने काफी राहत की सांस ली। वहीं 20 से 30 डिग्री तापमान में पलने वाला डेंगू मच्छर भी इसके बाद अलविदा कह जाएगा। इस मच्छर का लारवा पनप नहीं पाएगा।