मिनिमम बैलेंस को लेकर परेशान ग्राहकों को भारतीय स्टेट बैंक में थोड़ी राहत दे दी है। देश के इस दिग्गज बैंक ने बचत खाते में न्यूनतम राशि की सीमा और इसे बरकरार नहीं रख पाने पर लगने वाले जुर्माने को घटा दिया है। स्टेट बैंक के खाते में मिनिमम बैलेंस होना जरुरी है अक्टूबर से सेविंग एकाउंट में 3000 रुपये का मासिक औसत मिनिमम बैलेंस रखना जरूरी होगा इस न्यूनतम से खाते में कम राशि रहने पर लगने वाली पेनाल्टी में भी 20 से 50 फ़ीसदी की कटौती की गई है , यही नहीं बैंक ने पेंशनभोगियों, नाबालिगों और सरकारी स्कीमो के लाभार्थियों को मिनिमम बैलेंस की शर्त से पूरी तरह छूट दे दी है ।अभी न्यूनतम राशि की यह सीमा 5000 रूपए है। संशोधित नियमो के अनुसार मेट्रो शहरों और महानगरों में स्थित एस. बी.आइ. की शाखाओं में जिन लोगों के खाते हैं।उन्हें अगले महीने की पहली तारीख से 3000 का मिनिमम बैलेंस रखना होगा अगर खाते में राशि इससे नीचे गई तो इन बड़े शहरों में 30 से ₹50 के बीच पैनल्टी लगेगी इसके ऊपर जीएसटी भी वसूला जाएगा वहीं सहरों और ग्रामीण इलाकों के लिए यह 20 से 40 के बीच होगा। अभी मेट्रो शहरों के लिए एसबीआई मिनिमम बैलेंस 75 फ़ीसदी से कम रहने पर 100रूपए से ज्यादा का अर्थदंड वसूला जा रहा है।अगर यह न्यूनतम राशि 50 फीसद से नीचे गई तो जुर्माना 50 और इस पर जीएसटी को जोड़ कर वसूले जायेगे नए सर्विस चार्ज 1 अक्टूबर से लागू होंगे SBI ने साफ कर दिया है कि प्रधानमंत्री जनधन खातों पर कभी कोई शुल्क नहीं लगाया गया और आगे भी यही व्यवस्था जारी रहेगी।