स्थापत्य कला की अद्भुत रचनाएँ जिनको देख कर कोई भी अचंभित रह सकता है।
इनको बनाने में कयी पीड़ीयों ने आहुति दी।
लेकिन हम लालकिला ताजमहल से ऊपर उठ ही नहीं सके। 70 साल में किसी ने इस भव्यता को देश के गौरव की तरह प्रचारित ही नहीं किया। न ही इन्हें पर्यटन का केंद्र बनाने की कोशिश की।