कैसे रख सकते हैं हम अपने दिल को युवा आइए जानिए?
जो वस्तुएं हम इस्तेमाल करते हैं, जिस तरह हम सोते या बैठते हैं, जो हम खाते हैं, जीवनशैली से जुड़ी ये सभी छोटी-छोटी आदतें हमारे दिल की सेहत को सीधे प्रभावित करती है। इसमें थोड़ा सा बदलाव लाकर हम अपने दिल को सेहतमंद बना सकते हैं-
रोज 15 से 20 मिनट सुबह की धूप में बताएं
शरीर में विटामिन डी की कमी भी दिल की बीमारी का कारण बनती है। इससे कैंसर डायबिटीज मोटापे का खतरा भी बढ़ता है। रोज 15 से 20 मिनट सुबह की धूप में बिताने से विटामिन डी की कमी पूरी होगी और तनाव कम होगा। विटामिन डी वाला भोजन जैसे पनीर, संतरे का रस, सोया, दूध और फिश खाएं।
रोज कम से कम 5 गिलास पानी जरूर ले।
यूनिवर्सिटी के शोध में पाया गया है कि जो लोग दिन में 5 गिलास से अधिक पानी पीते हैं।उससे दिल का दौरा पड़ने की आशंका 2 क्लास से कम पानी पीने वालों की तुलना में अधिक होती है। ज्यादा पानी पीने से शरीर हाइड्रेट बना रहता है। इससे ब्लड सरकुलेशन अच्छा रहता है।
बार बार यूरिनेट जरूरी
लोगों को जब भी पेशाब लगे तो उसे रोकना नहीं चाहिए, क्योंकि जब ब्लैडर पूरी तरह से भर जाता है तब हार्टबीट बढ़ जाती है।
नसों में खिंचाव होता है । हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता।
प्लास्टिक नहीं कांच और स्टील अपनाएं
प्लास्टिक को अधिक टिकाऊ बनाने के लिए फ्लै फ्लैटस का उपयोग किया जाता है।
यह रसायनो का एक समूह होता है
50 से अधिक मेडिकल पेपर्स में यह बात सामने आई है कि सीधे हेल्थ को प्रभावित करते हैं इसलिए खाद्य पदार्थों को रखने के लिए स्टील या कांच का बर्तन उपयोग करें यह प्लास्टिक से बेहतर है
वीकेंड में भी भोजन का समय ना बदलें
कभी-कभी काम के तनाव में यहां सप्ताह के अंत में लोग अक्सर खाना खाने का पैटर्न बदल देती है नियमत समय की जगह देर से खाना और सोना पड़ता है।
अगर आप नियमित से ज्यादा कैलोरी लेते हैं जब काम होते हैं जब ब्लड प्रेशर 10% तक बढ़ जा सकता है यह दिल के लिए खतरनाक है।
हर घंटे में 5 मिनट जरूर चलिए
50 की उम्र के आसपास दिल की मांसपेशियां सख्त होने लगती है। इससे पूरे शरीर में रक्त को पंप करना मुश्किल हो जाता है। इससे डायस्टोलिक डिस्फंक्शन कहते हैं। तनाव से भी ऐसा होता है और लगातार बैठे रहने से भी टीवी वर्ल्ड हेल्थ के अनुसार लगातार 1 घंटे बैठे रहने में 30 कैलोरी खड़े रहने पर 88 कैलोरी और चलने पर 200 से ज्यादा कैलोरी बर्न होती है ऐसे में ऑफिस की डेस्क हो या घर में टीवी देखते समय बीच-बीच में चलना जरूरी है.
रात में 11 घंटे का उपवास जरूरी
शरीर के मेटाबॉलिज्म कनेक्शन को रिपेयर करने के लिए उसे रोज ब्रेक की जरूरत होती है। ऐसे में रोज रात उसे कम से कम 11 घंटे आराम देना चाहिए। कोशिश तो यह होनी चाहिए की शाम 7:00 बजे के बाद कुछ ना खाया जाए
प्राकृतिक रूप से भी ब्लॉकेज दूर कर सकते हैं दिल के लिए 1.योग 2. फ़ूड
सलम्ब भुजंगासन
पेट के बल लेट जाए। हाथों को सामने कर ले। धीरे-धीरे सांस लेते हुए सिर ,छाती और पेट को उठाएं पार नाभी फर्श से लगी रहे। हाथों पर जोर देते हुए धड़ को जमीन से पीछे की ओर ले जाने की कोशिश करें। धीरे-धीरे सांस लेते रहे। अब सांस छोड़ते हुए पहले की स्थिति में आ जाएं।
सर्वांगासन
पीठ के बल लेट जाएं। हाथों को शरीर से सटा ले। अब हथेली से फर्श पर जोर लगाते हुए पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं हाथों को मोड़कर कमर पर लगाते हुए ही हिप्स सहित कमर के हिस्से को जमीन से ऊपर उठा ले पैरों को तब तक सीधा करें जब तक रीड फर्श के समांतर ना हो जाएं। पैरों को सीधा रखें नजर उपर हो 15 से 20 सेकंड तक रुके। सामान्य सांस लेते रहें।
चुकंदर
इसमें नाइट्रेट्स होता है, जो रक्त में नाइट्रिक ऑक्सीजन में बदल जाता है। यह रक्त कोशिकाओं को छोड़ा करता है।
अलसी
इसमें फाइबर omega-3s और लिग्नास नामक एंटीऑक्सीडेंट प्लांट कंपाउंड पाया जाता है। अलसी ब्लड शुगर और इंसुलिन सेंस्टिविटी बढ़ाती है।