ध्यान के दौरान शरीर में रक्त का प्रवाह और ऊर्जा का संचार बढ़ता है।इससे मांसपेशियों को अधिक ऑक्सीजन मिलती है।शरीर में लैक्टिक एसिड बढ़ता है, जो तनाव और बेचैनी को तेजी से घटाता है। मेडिटेशन वह मानसिक व्यायाम है जो आपके मन को शांत करता है, ध्यान को एक ही जगह पर स्थिर और जागरूक करता है। मेडिटेशन यानी एकाग्र होकर आत्मनिरीक्षण करना ,खुद को पहचानने की कोशिश करना। 5 मिनट की एक मेडिटेशन टेक्निक उर्जा बढ़ाती है और मन को शांत करती है। इसके लिए कुछ देर एकाग्र ध्यान में बैठे और ऊर्जा को स्वयं महसूस करें। इसे आप कभी भी कहीं भी कर सकते हैं-
पहला मिनट
आराम से कुर्सी पर बैठ जाएं। पूरे अभ्यास के दौरान अपनी नाक से धीमी व गहरी सांस लें।स्थिर रहें और अपने शरीर को ढीला छोड़े व शरीर के वजन को कुर्सी पर महसूस करें। अपनी श्वास पर ध्यान लगाएं। चार तक गिनते हुए सांस अंदर ले और चार तक गिनते हुए बाहर छोड़ें।
दूसरा मिनट
निगाहें नाक पर हो व पूरा ध्यान श्वास पर बनाए रखें। मन को शांत होते हुए महसूस करें आनंद महसूस करें कि वह इस समय अपने साथ बैठे हैं।
तीसरा मिनट
आंखों को बंद रखें। 15 सेकंड के लिए स्पर्श शक्ति पर ध्यान लगाएं ।अपने कपड़ों को शरीर पर टच करते हुए महसूस करें अगले 15 सेकंड बाहरी आवाजों को सुनते जाए ।सुनने पर ध्यान केंद्रित करें। फिर गंध,स्वाद और देखने की शक्ति के बारे में सोचें। सिर्फ उन्हें महसूस
करे।
चौथा मिनट
मन में विचार आ रहे हो तो उन पर ध्यान ना दें, उन्हें नियंत्रण करने की कोशिश ना करें। उन्हें सहजता से आने और जाने दे। बस अपने विचारों को जाने व समझे।
पांचवा मिनट
इनमें से कोई भी अच्छा विचार, दृश्य, शब्द, वाक्य को चुने ।अब सिर्फ उस पर ध्यान लगाएं। जो भी हो वह सुंदर व ऊर्जादायी होना चाहिए। उदाहरण के लिए यदि आपने समुद्र तट के बारे में सोचा है तो वह सुंदर, शांत ,जोश से भरपूर हो।यह सोच आपको संतोष और खुशी देने वाली होना चाहिए