अक्सर कहा जाता है कि सुबह जल्दी उठकर एक्सरसाइज करना सेहत के लिए फायदेमंद होता है, पर शाम के वक्त वर्कआउट करने के बहुत सारे फायदे हैं। शाम को एक्सरसाइज करने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है साथ ही रातों-रात शुगर लेवल को नियंत्रण करना आसान हो जाता है। जिन लोगों को डायबिटीज टाइप-2 का खतरा है, उनके लिए तो यह बहुत ज्यादा फायदेमंद है। जिन लोगो को टाइप-2 डायबिटीज का जोखिम होता है वजन ज्यादा और सक्रिय भी नहीं थे। इन्हें 11 दिनों तक 6 5% वसा की मात्रा वाला खाना दिया गया। एक समूह को सुबह 6:30 बजे दूसरे को शाम 6:30 बजे और तीसरे को एक्सरसाइज नहीं करने के लिए कहा गया। सुबह शाम वर्कआउट करने वालों की कार्डियोरेप्रेटरी फिटनेस में काफी सुधार दिखा, वहीं शाम को वर्कआउट करने वालों का शुगर लेवल रात भर में कम हो गया। जिन लोगों ने एक्सरसाइज नहीं की, उनका कैस्ट्रोल काफी बढ़ा हुआ था। सुबह वर्कआउट करने वालों में भी इसका स्तर बड़ा दिखा। पर शाम को पसीना बहाने वालों में खराब डाइट का कम असर दिखा, कोलेस्ट्रॉल स्तर भी कम रहा। नतीजों के मुताबिक स्पष्ट है कि शाम के वर्कआउट ने खराब डाइट से होने वाले बदलावों को उल्ट कर दिया या कम कर दिया।स्टडी यह नहीं बताती कि सुबह के वक्त वर्कआउट अच्छा नहीं है, बल्कि शाम के वर्क आउट से मेटाबोलिज्म व ब्लड शुगर लेवल सुधारने में अत्यंत फायदे हो सकते हैं खासकर जब डाइट ज्यादा फैट वाली हो
टाइप-2 डायबिटीज की स्थिति में पैक्रियाज पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाते हैं।या इंसुलिन को लेकर शरीर प्रतिरोधी हो जाता है।ज्यादातर लोग टाइप -2 डायबिटीज से ही ग्रस्त होते हैं।