पेट की चर्बी कम करने के साथ-साथ दिमाग को भी तेज करता है हलासन
विधि :
हलासन करने के लिए भूमि पर योग दिशा कर पेट के बल लेट जाए। दोनों हाथों को बगल में रखना चाहिए। पैरों को धीरे-धीरे 30 डिग्री के कोण पर उठाकर पुनः समकॉन तक ले जाए।शरीर की वायु बाहर निकालकर पैरों को पीछे की ओर ले जा कर्मभूमि से स्पष्ट करना चाहिए। बार-बार अभ्यास करने से ऐसा करना सरल हो जाता है। इस आसन से सांसो को सामान्य रखें जब भी हलासन की मुद्रा में होते हैं तो पेरों की दिशा और हाथों की दिशा एक दूसरे के विपरीत हो जाती है और एकदम हल्के समान दिखनी चाहिए। इस आसन के बाद धनुरासन अवश्य करना चाहिए। इसके अतिरिक्त हलासन हर्निया, मधुमेह, यकृत रोग एवं पेट के अन्य रोगों से बहुत लाभदायक है। हलासन करते समय सिर उत्तर दिशा की तरफ ना रखें यह कठिन आसन है। अतः अपने आप में धैर्य रखें और प्रत्येक मुद्रा का अभ्यास के द्वारा धीरे-धीरे सफलता प्राप्त करें।