जी एन डी एच में डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप
गुरु नानक देव अस्पताल में एक महिला मरीज की इंजेक्शन लगाने के बाद मौत हो गई।यह महिला जम्मू से अमृतसर में रसोली का ऑपरेशन करवाने आई थी।ऑपरेशन के बाद उसे तेज दर्द हुआ तो अस्पताल की एक महिला कर्मचारी ने उसे एक इंजेक्शन लगाया।कुछ देर बाद ही महिला की जान चली गई।इस घटना के बाद मृत का के परिवारिक सदस्य अस्पताल में फूट- फूट कर रोने लगे।जी एन डी एच में डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप।
जम्मू के निवासी 45 वर्षीय तोषी को पेट में रसौली की शिकायत थी।उसके पित्ते में पत्थरी भी थी।जोशी की बहन तारा रानी ने बताया कि तोषी को सर्जिकल वार्ड 1 में दाखिल करवाया गया था।बुधवार को डॉक्टरो ने उसका ऑपरेशन कर रसोली निकाल दी।इसके बाद से ही उसे तेज दर्द हो रहा था।उन्होंने डॉक्टर को इस बाबत बताया।वीरवार को सुबह तकरीबन 5:30 बजे एक महिला डॉक्टर ने दोषी को इंजेक्शन लगाया।उसके कुछ देर बाद ही उसके मुंह से झाग निकलने लगा। देखते ही देखते उस ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया।तारा रानी के अनुसार उन्हें अदेशा है कि महिला डॉक्टर द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने की वजह से उसकी बहन की जान गई है।वह रात को बिल्कुल ठीक थी।हम 2 दिन बाद यहां से छुट्टी लेकर घर जाने वाले थे,लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही के कारण बहन की लाश उठाने को मजबूर हो गए।
डॉक्टरों ने 15000 हजार की दवाए निजी स्टोर से मंगवाई: तारा रानी का आरोप है कि इस सरकारी हस्पताल में तोषी को एक ही दवा नहीं मिली।डॉक्टरो ने 15000 हजार रुपये की दवाए निजी मेडिकल स्टोर से मंगवाई। तोषी की मौत के बाद तारा रानी व उसका सारा परिवार ओपीडी वार्ड के बाहर फूट फूट कर रोया ।उन्होंने मांग की कि इस मामले की जांच होनी चाहिए, ताकि डॉक्टर की लापरवाही सामने आ सके।