पहचाने बच्चे को क्यों होती है गैस शिशु को खिल खिल खिलाने से तो समझा आ जाता है कि वह खुश है मगर होने का कारण समझ ना जरा मुश्किल होता है खासकर अगर वह होना पेट दर्द या गैस के चलते हो तो आइए जाने इस से जुड़ी कुछ जानकारियां बच्चों को कई बार जो ऐसे इतनी अधिक होती है कि उनके लिए अत्यंत पीड़ा का कारण बन जाती है बच्चों को में अधिक गैस होने की वजह है उनका ज्यादा हवा ग्रहण करना यह तब होता है जब वह खाते रोते यहां किसी चीज को चूसते हैं इससे आंखों में अमाशय रस की उत्पत्ति करती है जो आगे चलकर गैस का रूप लेती है इसलिए अगर आप का शिशु जरूरत से ज्यादा रोए बिना बात के चिल्लाए पेट फूला हुआ यह सत्य महसूस हो तो समझ लीजिए कि उसके पेट में गैस है हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे तरीके जिसे अपनाकर आप अपने शिशु को इस दर्द से निजात दिला सकती है गैस दर्द के कारण जब बच्चों के पेट में आंतों में गैस बनने लगती है तब उन्हें दर्द होने लगता है इस दर्दे बहुत आम कारण होते हैं जैसे दूध पिलाने की गलत पोजीशंस जब भी आप बच्चे को अपना दूध पिला रहे हो या बोतल से तो उस की पोजीशन को ठीक रखें क्योंकि अगर पोजीशन ठीक नहीं होगी तो आप पर बच्चे के पेट में जरूरत से ज्यादा आवाज आ सकती है इसलिए इस बात पर विशेष ध्यान रखें ज्यादा खाना खिलाना अगर एक बार में आप अपने बच्चे को बहुत ज्यादा खाना खिलाएंगे तो उसे गैस बन सकती है इसलिए ऐसा ना करें भूख लगने पर ही खाना खिलाए बहुत लैपटॉप यह तब होता है जब बच्चा ऐसा बहुत ज्यादा दूध पी लें जिससे उसकी मात्रा बहुत अधिक होती है इसे बच्चे को गैस बनती है फार्मूला फॉर जब बच्चा पाउडर वाला दूध पीता है तो उसके पेट में दूध के साथ आप भी जाती है क्योंकि पाउडर वाले दूध में हवा के कुछ बुलबुले होते हैं जो बच्चे की पीठ में आसानी से चले जाते हैं और गैस का रुप ले लेते हैं बहुत ज्यादा रोना बच्चे भूख लगने पर रोते हैं लेकिन अगर बच्चा बहुत ज्यादा रोने लगे तो आपको समझ जाना चाहिए कि रोने की वजह से भी कुछ हवा उसके पेट में चली जाती है जिससे पेट फूलता है और गैस बनती है इसके उपचार फील्डिंग पोजीशन देखें फिर कर आते समय एक तकिए की मदद से आप अपने बच्चे का उसके पेट से ऊंचा रखने की कोशिश करें अगर आप बोतल से दूध पिला रहे हैं तो उसमें हवा के बुलबुले नहीं होने चाहिए बच्चे को वर्क करवाएं सबसे आसान तरीका होता है कि फीड करवाने के तुरंत बाद ही अपने बच्चे पीठ थपथपाकर उसे व्रत करवाएं थोड़ा व्यायाम बहुत हल्के से अपने बच्चे की मसाज करें उसको कमर के बल लिटा कर कैंडल करवाएं कभी-कभी गर्म पानी से नहाने से भी गैस से आराम मिलता है शुगर सी चीजें खिलाएं अपने बच्चे को खाने को बदलने से उसे गैस में बहुत आराम मिलता है खासकर शुगर सी चीज खिलाए तो उसके पेट में काम में परेशानी होगी बकरी का दूध पिलाएं आप चाहें तो अपने बच्चे को गाय के दूध की जगह बकरी का दूध पिला सकते हैं बकरी का दूध उन लोगों के लिए भी अच्छा होता है जो लैक्टोज इनटॉलेरेंस होते हैं खुद भी डाइट बदलें मां अपने बच्चे को अपना दूध पिलाती है तो भी अपनी खुद की डाइट भी बदल सकती है उन्हें अपने भोजन में प्राकृतिक उत्पादों को अधिक सम्मान करना चाहिए और गाय का निकला असली दूध ही पीना चाहिए पेट की मालिश जब बच्चे के पेट में गैस बने तो आप उसके पेट पर धीरे-धीरे हल्के हाथों से मालिश करें ऐसा करने से पेट में गैस बाहर आ जाएगी समय से खाना खिलाएं खाली पेट से गैस बनती है इसलिए बच्चे को समय से पहले खाना खिलाए साथ ही उस को दिन में कितनी बार करनी है इस बात का ध्यान रखें साथ ही बच्चे के रोते ही तुरंत अपनाएं यह भी करें बच्चे को दिन में कम से कम आधा घंटा उल्टा लेट आना चाहिए बच्चे को हमेशा ताजे दूध का सेवन करना चाहिए ठंडे में कच्चे दूध का सेवन नुकसानदायक होता है बच्चे की दूध की बोतल को अच्छी तरह से साफ करें उसमें कभी भी बच्चे को जबरदस्ती खाना खिलाएं और ना ही दूध पिलाएं ऐसा करने से बच्चा उल्टी कर सकता बच्चे को हल्का गुनगुना पानी पिलाते रहे ताकि उसे गैस की परेशानी ना हो