दिल्ली में टूटा वायु प्रदूषण का रिकॉर्ड
वायु प्रदूषण ने दिल्ली एनसी आर को पूरी तरह से अपनी गिरफ्त में ले लिया है।बुधवार को समोग की चादर में और घनी हो गई।प्रदूषण का स्तर आपातकालीन स्थिति में पहुंच गया है।दिल्ली पिछले साल से ज्यादा प्रदूषित हो गई है।पिछले साल प्रदूषण का स्तर 412 था,जो बुधवार को 531 पर पहुंच गया।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्वीकार किया है कि दिल्ली एक बार फिर से स्मार्ट चेंबर बन गई है।एम्स ने स्थिति को साइलेंट किलर करार दिया है।बदतर हुए हालात को देखते हुए बच्चो,बुजुर्गों, दमा व अस्थमा से पीड़ित लोगों को घर से ना निकलने की सलाह दी गई है।
दृश्यता कम होने से 200 उड़ानों पर असर:-समोक का असर रेल और हवाई यातायात पर पड़ा है।कम दृश्यता होने की वजह से आईजीआई एयरपोर्ट पर 200 उड़ानें प्रभावितहुई ।धुध की वजह से 10 ट्रेनें रद्दकरनी पर्डी।
यह है मिक्संग हाइट:- मिक्संग हाइट् वह उचाई होती है जहां प्रदूषण कण पर आपस में मिलते हैं और वायु की गति अधिक न होने के कारण ठहर जाते हैं।डेटसे2 किलोमीटर की ऊंचाई तक स्थिति सामान्य होती है।आपातकालीन स्थिति में दिल्ली एनसीआर का प्रदूषण मंगलवार को अति गंभीर श्रेणी में रहा। दिल्ली एनसीआर का वायु प्रदूषण बुधवार को आपातकालीन स्थिति में पहुंच गया। धुध व धुएं के मिश्रण से बनी समोक की चादर की वजह से बुधवार को दृश्यता का स्तर 50 मीटर से भी कम रह गया।सीपीसीबी और मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को मिक्संग हाइट् 449 मीटर था जो कि बुधवार को 335 सेंटीमीटर रह गई। हवा की गति 1.4 किलोमीटर प्रति घंटे से घटकर 1.3 किलोमीटर प्रति घंटे थी। समोक की चादर करीब आधा किलो मीटर की ऊंचाई से नीचे आकर 335 मीटर के दायरे में सिमट गई। धुंध में जमा प्रदूषक तत्व और घने हो गए।वायु प्रदूषण नियंत्रण के उपराज्यपाल ने गुरुवार से पार्किंग शुलक 4 गुना बढ़ोतरी करने का आदेश दिया।आवश्यक वस्तुओं को लाने वाले ट्रकों को छोड़कर दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी।उक्त आदेश तब तक रहेंगे,जब तकहालत नियंत्रण में नहीं आ जाते।साथ ही अगले आदेश तक सभी तरह के निर्माण कार्यो पर भी रोक लगा दी गई है।