रोजाना याद करो ये गुरुबानी की लाइनें ओर रोज पढ़ा करो १
-सुबह उठते ही ये पढ़ो
विसर नाही दातार अपना नाम देहो ।
गुण गावां दिन रात नानक चाहो एहो ।
२ – नहाते समय ये बोला करो*
कर इस्नान सिमर प्रभ अपना
मन तन भये अरोगा ।।
३ – जब आप तैयार होते हो तब ये बोला करो ।*
जिह प्रसाद तेरा सुँदर रूप ।।
सो प्रभ सिमरो सदा अनूप ।।
४ – गुरूद्वारे जाते समय ये पढ़ा करो*
गुरूद्वारे होए सोझी पायेसी ।।
५ – जब आप किसी पे इरखा करते हो तब ये पढ़ा करो*
पर का बुरा ना राखो चीत ।।
तुम को दुःख नाही भाई मीत ।।
६ – जब आप का पाठ करने में मन नहीँ लगे तब ये पढ़ा करो*
हर के नाम बिना दुःख पावै ।।
७ – जब आप पढ़ाई करने बैठते हो तब ये पढ़ा करो*
विद्या विचारी ता पर उपकारी ।।
८ – खाना खाते समय ये पढ़ा करो*
तू दाता दातार तेरा दिता खावणा ।।
9 – माता पिता की सेवा करते समय ये पढ़ा करो*
विच दुनियां सेव कमाइये ।।
ता दरगहे बेसन पाईए ।।
१० – जब हम घर से बाहर जाते हैं तब ये पढ़ा करो*
घर बाहर तेरा भर्वासा तू जन कै है संग ।।
११ – रात को जब हम सोते हैं तब ये पढ़ा करो*
रैन गवाई सोये कै दिवस गवाया खाए ।।
हीरे जैसा जन्म है कोड़ी बदले जाए ।।
अगर हम सब ये गुरु बाणी की ये लाइने अपने रोज़ाना जीवन में पढ़ेंगे तब देखो हमारा ये जीवन कितना ख़ुशियाँ भरा होगा और हर घर में सुख शांति होगी और घर में हर चीजों मे बरकत होगी।