कविता : हाँ मै भी चौकीदार हूं
हाँ मै भी चौकीदार हूं, ।।
हा मैं भी चौकीदार हूं ।।
देश की हुंकार हूं,
हां मै भी चौकीदार हूं, ।।
न चलेगा झूठ अब,
दंगे पर है रोक अब,,
आतंक पर प्रहार हूं,
हां मै भी चौकीदार हूं,
परिवारवाद रुक रहा
आतंकवाद झुक रहा,
जय हिंद की बयार हूं,
हां मैं भी चौकीदार हूं,
बिकाऊ लोग भय में है,
देश भक्त लय में है,
भ्रष्टाचारी पर प्रहार हूं,
हां मै भी चौकीदार हूं ।।
झूठ बोलते हैं वो,
जहर घोलते है वो,
मैं देश पर निसार हूं,
हां मै भी चौकीदार हूं, ।।
आन बान शान हूं
हर भारतीय का प्राण हूं,
मै ही इतिहासकार हूं,
हा मै भी चौकीदार हूं ।।
ईमानदार राजनेता,
खबर सब की मैं हूं लेता,
गंगा की निर्मल धार हूं,
हां मै भी चौकीदार हूं ।।
मै ही आयुष्मान हूं,
मैं देश का गुमान हूं,
पाकिस्तान पर भी वार हूं,
हां मै भी चौकीदार हूं ।।
जे,पी, हमको डर नही,
मिलेगा जिसको घर नहीं
पानी बिजली का सरोकार हूं,
हां मैं भी चौकीदार हूं ।।
– जे पी दुबे