मैं तो आरती उतारू रे बच्चों के पापा की
जय हो हस्बेंड तेरी जय जय हो जय हो
हस्बैंड तेरी जय जय हो…
बड़ी पूंजी है बड़ा बड़ा कैश इसके बटुए में
जिन्दगी के है सारे ऐश इस के बटुए में
क्यों ना झाकू मैं बारंबार इसके बटुए में
दिखे हर घड़ी माल और बाजार इसके बटुए में
नृत्य करु झूम झूम बटुए को चुम चुम
बेलन ना मारु आज इसे बेलन ना मारु रे
मैं तो आरती उतारूं रे बच्चों के पापा की
सदा होती है जय जयकार मेरे हस्बेंड की
पर नारी पर टपके ना लार मेरे हस्बैंड की
हो सबसे निराली कार मेरे हसबैंड की
कभी इज्जत ना हो तार तार मेरे हस्बैंड की
जो कमाऐ मुझे दे दे जो भी दू हंस के ले ले
स्वामी पुकारु रे… कल टौमी..पुकारु.. रे
मैं तो आरती उतारू रे बच्चों के पापा की
हम हैं पत्तल तो तुम दोना पति परमेश्वर जी
हमसे कभी ना खफा होना पति परमेश्वर जी
मैं तो आरती उतारू रे बच्चों के पापा की
जय हो हस्बेंड तेरी जय जय हो
जय हो हस्बैंड तेरी जय जय हो…
करवाचौथ का गान अच्छे से याद करलें।
ले नी पैन करवड़ा ,
ले सर्व सुहागन करवड़ा,
करवड़ा वटाया जवंदा झोली पाया,
अट्टी न अट्टेरी न कुम्भ चरखड़ा फेरीं न,
वान पैर पाई न सुतड़ा जगाई न,
रुठडा मनाई न ,
whatsup ते जाई न,
TV तू चलाई न ,
intrrnet तो खोली न,
उच्ची आवाज विच बोली न,
सुई च तागा पाई न ,
फेस बुक ते जाईं न,
मन विच ख्याल वी ल्याई न,
मुह जुबानी वि कुछ खाई न,
ना चाट पापड़ी ध्यावी न,
गोल्गापे वी खावी न ॥
बस पति दे सगन मनावी,
ले नी पेन करवड़ा,
ले सर्व सुहागन करवड़ा,
करवा चौथ की सब को बधाई।
ले नी पैन करवड़ा ,
ले सर्व सुहागन करवड़ा,
करवड़ा वटाया जवंदा झोली पाया,