मेडिटेशन से दूर होगा दर्द
शरीर में होने वाला दर्द मजबूत सहनशक्ति वाले लोगों को भी परेशान कर देता है।अक्सर लोग इसे दवा के जरिए ठीक करना चाहते हैं लेकिन हाल ही में वॉशिंगटन में हुए एक शोध के मुताबिक दर्द में ली जाने वाली दवा की तुलना में मेडिटेशन दोगुना लाभकारी साबित होता है। ‘जनरल ऑफ न्यूरोसाइंस’ नामक अमेरिकी विज्ञान पत्रिका में प्रकाशित एक शोध में यह बताया गया है कि ध्यान लगाने से ना केवल दिमाग शांत होता है बल्कि यह शरीर के अंदर एक ऐसी ऊर्जा का संचार करता है जिससे अनेक छोटी-छोटी स्वास्थ्य समस्याएं अपने आप दूर हो जाती हैं।शोध के दौरान विज्ञानियों ने पाया के मेडिटेशन से दर्द सहने की क्षमता बढ़ जाती है इस रिसर्च से जुड़े वैज्ञानिक पिछले 15 वर्षों से मेडिटेशन पर काम कर रहे थे।उन्होंने कुछ लोगों को तीन समूहों में बांटा एक ग्रुप में लोगों से मेडिटेशन कराया गया, बाकी दो ग्रुप के लोगों को ऐसे ही छोड़ दिया गया। इसके बाद उनके ब्रेन का एमआरआई स्कैन किया गया।फिर उन्हें कुछ उपकरणों के माध्यम से कृत्रिम तरीके से दर्द पहुंचाने की कोशिश की गई।एमआरआई स्कैन से पता चला कि मेडिटेशन करने वालों को दर्द का एहसास इसे नहीं करने वालों को मुकाबले 14 फ़ीसदी कम था।
डॉक्टर की राय
मेडिटेशन से आपको दर्द में राहत मिल सकती है लेकिन वह दवा का विकल्प नहीं हो सकता। दरअसल जब दर्द तेज होता है तो मेडिटेशन के बजाय दवा ही आपको राहत दे सकती है लेकिन कोई बेहद पुराना लेकिन मामूली दर्द, जो अक्सर आपको परेशान करता है, वैसी स्थिति में मेडिटेशन से आराम मिल सकता है।