- जानिए शरीर को स्वस्थ रखने के उपाय
- अपना डाइट प्लेन तैयार करें।उसमें ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर का मेन्यू निर्धारित करें।इसमें आपको डायरी मेंटेन करने में दिक्कत नहीं होगी और सप्ताह के अंत तक यह भी पता चल जाएगा कि आप ने कितनी कैलरीज ली है।ज्यादातर चीजों की माप की जा सकती है।अगर आप सेब खा रहे हैं तो वह छोटा-बड़ा या मध्यम आकार का हो सकता है।ऐसे में उसकी कैलरीज़ में भी अंतर होगा।इस से कभी कम तो कभी ज्यादा कैलरीज मिलेगी।इसलिए जो भी खाएं, उसकी क्वांटिटी चेक कर ले।केलरी को तीन हिस्सों में बांट लें।जैसे आपको दिन भर में 14 00 गैलरी लेनी है तो 1200 केलरी को ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के लिए अलग-अलग हिस्सों में बांट लें और बाकी की लगभग 200 कैलरीज़ को अलग रखें, जो स्नैक्स टाइम के लिए हो। केलरी इसके इलावा आहार में कबर्स, प्रोटीन, फैट, फाइबर और मिनरल्स की संतुलित मात्रा भी जरूरी है।स्वस्थ रहने के लिए यह आवश्यक है कि आहार शारीरिक जरूरत के मुताबिक हो।कई बार लोग अपने वजन जा ज़रूरत से कम केलरीज ले लेते हैं तो कई बार अधिक। दोनों ही बातें सेहत को नुकसान पहुंचाती है।सही केलरीज लेने के लिए जरूरी है कि केलरी की गणना की जाए। कुछ हेल्दी विकल्पों का भी चयन किया जा सकता है जैसे मीठी चाय का शरबत पीने के बजाए आईस टी ले।गर्म पीना चाहते हैं तो हर्बल जा ग्रीन टी और फिल्टर काफी ली जा सकती है।रेड मीट की जगह फिश जा चिकन का सेवन कर सकते हैं।पास्ता के बजाय दालों का सेवन करें।चावल और ब्राउन राइस से रिप्लेस किया जा सकता है।रिफाइंड ऑयल के बजाए सरसों, ऑलिव ऑयल या कैनोला ऑयल को प्राथमिकता देना ना भूले।खाने के बाद अगर मीठे की क्रेविंग होती है तो मिठाई, केक, पेस्ट्री या कुकीज के बजाय सीजनल फ्रूट्स का सैलेड बनाकर खाएं,लेकिन इसे भोजन के तुरंत बाद ना खाए।फलों में कम कैलरीज होती है और इनसे मीठे की जरूरत भी पूरी होती हैं।