अमृतसर में बिना इजाजत हो रहा रावण दहन देते लोगों को ट्रेन ने रौंदा 10 सेकंड में 60 लोगों की मौत अमृतसर में बड़ा हादसा एक ट्रैक पर आई ट्रेन से बचकर दूसरी की चपेट में आ गए डेढ़ सौ घायल अमृतसर में दशहरा पर्व पर रावण दहन के दौरान ट्रेन की चपेट में आने से 60 लोगों की मौत हो गई जबकि करीब डेढ़ सौ लोग जख्मी हो गए हादसा देर शाम करीब 7:15 बजे जोड़ा फाटक के पास हुआ और 60 किलोमीटर प्रति घंटा की पोस्ट स्पीड वाली डीएमयू ने 10 सेकंड में 60 जिंदगियां छीन ली हादसे के बाद डॉक्टर नवजोत वहां से चले गए घटनास्थल जोड़ा फाटक कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के विधानसभा पूर्वी में पड़ता है जोड़ा फाटक के पास पार्षद विजय मैदान की ओर से यह दशहरा मनाया जा रहा था इसमें पर मुख्य अतिथि मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी पूर्व मुख्य संसदीय सचिव डॉक्टर नवजोत कौर सिद्धू थी उनके आने का समय 4:00 बजे निर्धारित था लेकिन वह 6:45 पर पहुंची उनके आने के बाद ही रावण दहन किया गया 7:15 पर यह हादसा हो गया अमृतसर में बंटवारे के दौरान भी अभी नहीं देखा था ऐसा मंजर हर तरफ चीखो पुकार खून से सना रेलवे ट्रैक और इधर उधर बिखरे लोगों के अंश लाशों के बीच अपनों को तलाशते अपने मंजर ऐसा कि जिसने भी देखा वे शहर गया उसके पांव तले से जमीन खिसक गई अमृतसर ने जो मौत का मंजर शुक्रवार को देखा वैसे तो बंटवारे के वक्त भी नहीं देखा था प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रावण दहन के लिए काफी संख्या में लोग मैदान में उमड़े थे करीब 300 लोग रेल ट्रैक पर खड़े होकर दशहरा देख रहे थे जैसे ही रावण के पुतले को आग लगी और पटाखों के फूटते ही लोग पीछे की तरफ हटने लगे और ट्रैक पर पहुंच गए पहले ट्रक से हावड़ा मेल गुजरी तो लोग पिछले ट्रैक पर आ गए इसी दूसरे ट्रैक पर डीएमयू आ गई लेकिन पटाखों के धमाकों के कारण जहां लोगों को हारन सुनाई नहीं दिया वहीं पर सजावट के लिए लगाई गई एलइडी लाइट में गाड़ी भी दिखाई नहीं दी जो कुछ लोग इस हादसे में बचे हुए जी के पुकार सुनकर इधर-उधर भागे और अपनी जान बचाई रावण के जलते ही उसके चुंगल से छोटा ट्रेन रूपी काल जो भी सामने आया उसे निकलता चला गया जोड़ा फाटक पर दशहरा पर रावण दहन की खुशियों कुछ ही पलों में दिल दहला देने वाले हादसे में बदल गई कुछ समय पहले जो माताएं बच्चों के साथ खुशी-खुशी दशहरा उत्सव देखने रही थी उनकी चीख पुकार हर तरफ सुनाई दे रही थी हर तरफ लोग दर्दनाक हादसा देख कर सन्न थे और लोगों को बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ रहे थे दर्द में तड़पती एक महिला ने बताया कि उसका बच्चा भगदड़ में खो गया है एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि हम पहले भी रेल प्रशासन से मांग कर चुके थे कि दशहरा पर जोड़ा फाटक पर रावण दहन देखने के लिए काफी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं इसलिए कुछ दिनों के लिए जहां ट्रेन की स्पीड कम कर दी जाए ताकि कोई हादसा ना हो सके लेकिन प्रशासन ने उनकी नहीं सुनी इस तरह के गुस्से से भरे कई और लोग भी थे