16 साल की उम्र में भारतीय सेना के लिए विध्वंसकारी स्फोटक खोजकर destroy करने के लिए मानवविरहित ड्रोन विकसित तथा सेना को समर्पित !!
हर्षवर्धन ने कर दी पाकिस्तान की हवा टाइट! टेलेंट किसी डिग्री का मोहताज नही होता, सरकार ने हर्षवर्धन से 5 करोड़ रुपये का समझौता किया है। हर्षवर्धन ने ऐसा ड्रोन बनाया जो लेंड माईन को या बम को डिफ्यूज कर देता है। आज देश विदेश ने हर्षवर्धन को करोड़ों रुपये ऑफर कर दिये, पर इस छोटे साइंटिस्ट ने अपने देश की सेवा में अपना योगदान दिया।
हर्षवर्धन ज़ाला की उम्र के बच्चे आगामी बोर्ड परीक्षाओं में तल्लीन हैं, लेकिन जब उन्होंने गुरुवार को 5 करोड़ रुपये के समझौते पर हस्ताक्षर किए, तो स्मार्ट लड़के ने एक उत्साह पैदा किया। ज़ाला अपने व्यवसाय की योजना पर काम कर रह है और ड्रोन के तीन प्रोटोटाइप बनाए हैं, जिस की कीमत लगभग 5 लाख रुपये है। उन्होंने 2016 में लैंडमाइन-डिटेक्टिंग ड्रोन प्रोटोटाइप पर काम शुरू किया।
इस छोटे इंजीनियर को हमारा सलाम। और बहुत बहुत बधाई हो।#हर्षवर्धनसिंह_झाला… बधाई हो!