मिरी पीरी के मालिक जुल्म खिलाफ लड़ने की विधि बताने वाले छठे पातशाह श्री गुरु हरगोबिन्द साहिब जी की चरण शोह प्राप्त नकोदर कपूरथला रोड पर गुरुद्वारा टाहली साहिब में छठे पातशाह के ४२२वे अवतार पूर्व सबंधी सलाना जोड़ मेले पर देश-विदेश से बड़ी गिनती में श्रदालु एकत्र हुई| अकाल तखत साहिब के जथेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने गुरु वाले बनने की जरूरत पर जोर दिया और कहा छठे पातशाह का सिद्धांत हमे जबर जुलम खिलाफ लड़ने की प्रेणना दी है | उन्हों ने कहा भुरुण हत्या सबसे बड़ा पाप है | और समाज के नाम पर कलंक है | सिक्ख कोम को समाज का कलंक धोने के लिए गुरु के सिद्धांत का प्रचार करना चाहिए| श्री हरगोबिन्द साहिब गतका मैदान के नोजवानो से निहंग सिक्खों दुआरा गतके के जोहर दिखाए गये |