गर्मी के पारे के साथ बढ़ेगी बिजली की मांग।गर्मी का पारा उतार-चढ़ाव पर है।ऐसा ही नहीं हर राज्य में बिजली की मांग का है।लगातार बदल रहे इन समीकरणों के बीच पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड (पोवेर्कोम) में हालात ठहराव वाले बने हैं।विभागीय जानकार इसका मुख्य कारण पावरcomकॉम का कोई रेगुलर चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टर(सी एम डी) ना होना मान रहे है।साथ ही कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में गर्मी भी बढ़ेगी और धान की रोपाई जोरों पर होगी।ऐसे में पावरकॉम को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
गर्मी के पारे के साथ बढ़ेगी बिजली की मांग
पंजाब में कांग्रेस सरकार बनने के बाद से पावरकॉम के सीएमडी का चार्ज सीनियर आईएएस.ए वेणु प्रसाद के पास है।इसके अलावा ट्रांस्को के सीएमडी व स्थानीय निकाय विभाग के सेक्रेटरी भी हैं।ऐसे में पावरकॉम के जानकार के बताते हैं कि एक से ज्यादा चार्ज होने के कारण वह पावर काम की ओर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते।दूसरी तरफ सीएमडी की फाइल दबा रखी है।रेगुलर सीएमडी न होने के कारण पावरकॉम की होल टाइम डायरेक्टरस मीटिंग भी एक से डेढ़ महीने के बाद ही हो पाती है,जबकि यह मीटिंग पहले हर 10 दिन में हो जाती थी।
इन गर्मियों में पीक डिमांड 2800 लाख यूनिट पर जाने के आसार
पोवेर्कोम के जानकारों के मुताबिक इस बार मानसून के ज्यादा सरगर्म न रहने व पहाड़ो में ज्यादा बर्फ़बारी न होने के कारण बिजली की मांग पूरी करने में दिक्कित हो सकती है।साल 2016-17 में बिजली की पीक डिमांड जहा 2485 लाख यूनिट रही वही साल 2017-18 में पीक डिमांड का आकड़ा 2672 लाख यूनिट रहा। ऐसे में इस साल यह आकड़ा 2800 लाख यूनिट के पर हो सकती है।