IELTS इएत्ल्स भाव इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट सिस्टम एक ऐसा टेस्ट, जो आप के लिए विदेश में पढ़ाई और पी.आर का रास्ता खोलता है 1980 में शुरु हुए इस टेस्ट में हर वर्ष लगभग 25 लाख लोग भाग लेते है |यदि आप ने भी इएल्ट्स किया है तो यह आप के लिए 140 देशो और 9 ह्जार संस्थानों में पढ़ाई और कम करने की योगता को पूरा करता है इस साप्ताहिक लड़ी में हम आप को इएल्ट्स टेस्ट देते समय ध्यान में रखी जाने वाली कुछ अवशक बातो के बारे में बताएगे |
इस टेस्ट के चार भाग होते है टेस्ट के दोरान आपकी इंग्लिश स्पीकिंग, लिसनिंग, रीडिंग, राइटिंग की क्षमता परखी जाती है | ऐसा इस लिए किया जाता है ताकी जो आप को विदेश में जा कर अपनी बात रखने और दुसरो की बात समझने में आसानी हो आमतौर पर देखा जाता है कि इएल्ट्स का टेस्ट देने वालो को इंग्लिश स्पीकिंग और लिसनिंग में कोई खास परेशानी नही होती हालांकि कई बार कुछ लोग झिझक के कारण बोलने में परेशानी जरूर महसूस करते है| बोलने स्पीकिंग और लिसनिंग के मुकाबले में राइटिंग और रीडिंग में कम बैंड आते है, क्यूंकि स्पीकिंग और लिसनिंग की क्षमता हमे कुदरत ने बखशी है जबकि रीडिंग और राइटिंग की क्षमता उस की आपनी तैयार की हुई है | हम लोग थोड़े अभियास से इस में भी मुहारत हासिल कर सकते है |
हम आप को इएल्ट्स टेस्ट को पास करने के बारे में ऐसे तरीके बताएगे, जो आप के लिए टेस्ट को पास करने में मदद करे गे | पर इस टेस्ट को पास करने के लिए आप के द्वारा इंस्टिट्यूट में की जाने वाली पढ़ाई ही काफी नही है आप को इस टेस्ट में कोन सी बाते ध्यान में रखनी चाहिए इस के बारे में हम आप को बताएगे
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